सरकार बनने के बाद मैंने स्कूलों में सरप्राइज इंस्पेक्शन शुरू किया। तब वहां मेरा सामना स्कूलों की सबसे बड़ी समस्या से हुआ। वह थी गंदगी। कैंपस में गंदगी। क्लासरूम्स और लैब्स में गंदगी। कभी झाड़ू लगा भी, तो कूड़ा क्लासरूम्स के कोनों में ही इकट्ठा कर दिया गया। क्लासरूम्स में लगे जाले। दीवारों पर पान और गुटखे की पीक। टूटे टॉयलेट। टूटे नल। कहीं दीवारों से उजड़ता प्लास्टर, तो कहीं टॉयलेट में दरवाजे नहीं। ज्यादातर स्कूलों के हालात ऐसे ही थे। इन सब व्यवस्थाओं देखरेख का जिम्मा प्रिंसिपल या वाइस-प्रिंसिपल या किसी सीनियर टीचर के पास होता था। जबकि ये उनका काम नहीं था। उनका काम था बच्चों को पढ़ाना।
इसलिए मैंने हर स्कूल में एक-एक एस्टेट मैनेजर की नियुक्ति करवाई। एस्टेट मैनेजर की नियुक्ति और इनको हटाने की जिम्मेदारी प्रिंसिपल को सौंपी गई। एस्टेट मैनेजर के पद पर ज्यादातर सेना इत्यादि से रिटायर्ड लोगों को काम मौका मिला।
इस कदम से स्कूल साफ-सुथरे रहने लगे। स्कूल में साफ-सफाई के साथ-साथ टॉयलेट, पीने का साफ पानी, बिल्डिंग का रखरखाव इत्यादि सब दुरुस्त हो गया। लेकिन इस पहल से सबसे ज्यादा राहत प्रिंसिपल, वाइस-प्रिंसिपल या सीनियर टीचर्स को हुई। उन्हें अपने काम यानी बच्चों की पढ़ाई पर फोकस करने का मौका मिला। इस तरह एक एस्टेट मैनेजर के आने से स्कूलों की तस्वीर बदलने लगी।
इसलिए मैंने हर स्कूल में एक-एक एस्टेट मैनेजर की नियुक्ति करवाई। एस्टेट मैनेजर की नियुक्ति और इनको हटाने की जिम्मेदारी प्रिंसिपल को सौंपी गई। एस्टेट मैनेजर के पद पर ज्यादातर सेना इत्यादि से रिटायर्ड लोगों को काम मौका मिला।
इस कदम से स्कूल साफ-सुथरे रहने लगे। स्कूल में साफ-सफाई के साथ-साथ टॉयलेट, पीने का साफ पानी, बिल्डिंग का रखरखाव इत्यादि सब दुरुस्त हो गया। लेकिन इस पहल से सबसे ज्यादा राहत प्रिंसिपल, वाइस-प्रिंसिपल या सीनियर टीचर्स को हुई। उन्हें अपने काम यानी बच्चों की पढ़ाई पर फोकस करने का मौका मिला। इस तरह एक एस्टेट मैनेजर के आने से स्कूलों की तस्वीर बदलने लगी।
Great work sir......
ReplyDeleteI salute you to the great revolution in education.
Sir we are proud on you...keep doing good work.
ReplyDeleteSir two year before I only like arvind in aap...
ReplyDeleteBut now you r role model..
I respect u more than arvind..
अरविंद जी को ज्वाइन करने वाले सबसे पहले व्यक्ति मनीष जी ही थे, कई साल पहले।
Deletemere pe fav ho aap manish sir
DeleteWhat an idea, Sir ji.
ReplyDeletesir behtar hota kisi youth ko job dete aap....
ReplyDeleteJob should be given to a deserving individual and must not be denied to a person on the basis of his or her age.
Deletegreat work sir ..my father also got opportunity to be one of them..Rtd. Capt. Baljeet Singh.
ReplyDeleteGood keep it up sir ji
ReplyDeleteSir me apka dihan mustafbad vidhansabba ke school pr.wah bhut dikat h plz Kuch kre
ReplyDeleteSir, great initiative . Are we also doing something towards child friendly environment in our government schools ?0
ReplyDeletegood job sir...keep it up....we are always with AAP....god bless AAP
ReplyDeleteबदलाव तो हुआ है पर अभी भी बहुत से ऐसी चीज़े है जिनका आपको पता नही है स्कूलों में भ्रस्टाचार अभी भी हो रहा है आपकी नाक के तले । ज्यादतर स्कूलों में एस्टेट मैनेजर और प्रिंसिपल मिल कर खूब पैसा खा रहे है ।annual day हो या magzene ,या out station tour हो सभी में बच्चो का हिस्सा ये खा जाते है
ReplyDeleteबदलाव तो हुआ है पर अभी भी बहुत से ऐसी चीज़े है जिनका आपको पता नही है स्कूलों में भ्रस्टाचार अभी भी हो रहा है आपकी नाक के तले । ज्यादतर स्कूलों में एस्टेट मैनेजर और प्रिंसिपल मिल कर खूब पैसा खा रहे है ।annual day हो या magzene ,या out station tour हो सभी में बच्चो का हिस्सा ये खा जाते है
ReplyDeleteAppreciate ur work!❤
ReplyDeleteHonourable Minister,Regarding the Vocational education you have done great work.However the Vocational Teacher who is qualified gets lesser salary than the Lab Assistant and even Peon.The Tripatial Agreement companies pay them salaries as per their wishes and Vocational Trainers gets exploited.Pls look into this sir.
ReplyDeleteHonourable Minister,Regarding the Vocational education you have done great work.However the Vocational Teacher who is qualified gets lesser salary than the Lab Assistant and even Peon.The Tripatial Agreement companies pay them salaries as per their wishes and Vocational Trainers gets exploited.Pls look into this sir.
ReplyDeleteGreat work.sab se achhi baat Jo mujhe lagi vo ye hai ke principal aur baaki teachers apna dhyaan students ko achhi tarah padhane mein laga rahe hai.
ReplyDeleteGreat work.sab se achhi baat Jo mujhe lagi vo ye hai ke principal aur baaki teachers apna dhyaan students ko achhi tarah padhane mein laga rahe hai.
ReplyDeleteNice work
ReplyDeleteUndoubtedly this is a great step towards your educational reforms agenda.sir salary of 25000 needs a revision as you have done for guest teachers. Regards birendra yadav Dwarka.
ReplyDeleteUndoubtedly excellent Job done in education system after a very long time. Big Salute to Aam Admi Party.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteसर जैसा की आपको पहले भी अबगत करा चुका हूँ क्योंकि वहाँ कंप्यूटर टीचर और लैब्स की व्यवश्था विल्कुल ठीक नही है, जो कम्पनीज के कंप्यूटर लैब्स है वो केवल दिखाने के लिए है, कृपया इसपर ध्यान देने की विशेष जरूरत है, और आपको भी अच्छे से पता है।
Deletei always respect you sir ,you are great,i think you can sucessfully do this & you had done . my wishes are with you you hav to do best job.
ReplyDeletesir please take action on sursurry admission & specially on pvt schools admissions.
ReplyDeletevery nice sir
ReplyDeletevery nice sir
ReplyDeleteVery well done! Sir.I really appreciate this fact sir.
ReplyDeleteउम्मीद है कि आपने उन्हें एक हैंडसम सैलरी पे नियुक्त किया होगा?
ReplyDeleteउम्मीद है कि आपने उन्हें एक हैंडसम सैलरी पे नियुक्त किया होगा?
ReplyDeletejust awesome sir
ReplyDeleteGood job and congrats for you dedication to school improvement but it is still unclear how estate manager will abide to his/her duties and will not indulge in corruption with cooperation from the principals.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDelete